सुमित अंतिल कौन है ? ( Who is Sumit Antil )
जैसा की आपको पता होगा कि जापान में आयोजित tokyo peralympic 2021 में हमारे भारत के खिलाडी बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे है, उसमे से एक है, भारत के जेवलिन थ्रोअर सुमित अंतिल, जिन्होंने टोक्यो पैरालंपिक 2021 में प्रसिद्ध भाला फेंक खिलाडी नीरज चोपड़ा की तरह भारत के लिए गोल्ड मैडल अपने नाम किया है। आज हम आपको sumit antil की जीवन आधारित biography hindi में बताएंगे।
सुमित अंतिल भारत के उभरते हुए, 23 वर्षीय युवा जैवलिन थ्रोअर है, जिनका जन्म 6 जुलाई 1998 को हरियाणा के सोनीपत में हुआ था। 2021 ग्रीष्मकालीन पैरालिंपिक में सुमित अंतिल ने अपने फाइनल जैवलिन थ्रो मैच में 68.55 भाला फेंक गोल्ड मैडल अपने नाम किया। इसके बीच सुमित ने 68.55 मीटर का भाला फेंक विश्व रिकॉर्ड कायम किया।
Sumit Antil information in hindi
name /नाम | sumit antil ( सुमित अंतिल ) |
DOB/जन्म तिथि | 6 जुलाई 1998 ( सोनीपत ) |
profession/पेशा | भाला फेंक खिलाड़ी |
parents/माता-पिता | राम कुमार/निर्मला देवी |
age/उम्र | 23 year ( 2021 ) |
medal/पदक | gold (tokyo peralypics 2021) |
nationality/राष्ट्रीयता | भारतीय |
sumit antil biography in hindi
सुमित अंतिल का जन्म 6 जुलाई 1998 को जाट परिवार में खेवदा, सोनीपत, हरियाणा,भारत में हुआ था। बचपन में ही सुमित के सर से पिता साया उठ गया, बाद सुमित की माँ निर्मल देवी ने उनका पालन पोषण किया, लेकिन 17 की उम्र में 2015 को सुमित के जीवन में एक ऐसी घटना घटी जिसके बाद उन्हें अपना बायां पैर खोना पड़ा।
लेकिन कहते है ना सफलता उन्हें मिलती है जो सफलता पाने के लिए जिद पर अड़े होते है। सुमित अंतिल ने अपना पैर जरूर गवाया लेकिन अपना हौसला नहीं, उन्होने खेल प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए जैवलिन को चुना जो की एक भाला फेंक खेल प्रतियोगिता है। 23 वर्ष के सुमित अंतिल को अपने जीवन की महत्वपूर्ण कामियाबी तब मिली जब उन्हें tokyo peralympic 2021 में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए गोल्ड मैडल जीता।
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टोक्यो पैरालंपिक में रचा इतिहास, और बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड
टोक्यो पैरालंपिक में सुमित ने अपने फाइनल मैच में विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए 68.55 मीटर का थ्रो किया और स्वर्ण पदक जीता। सुमित ने कई देशो के दिग्गज खिलाड़िओ के सामने अपने फाइनल मैच के पहले प्रयास में 66.95 मीटर के साथ फाइनल की शुरुआत की, लेकिन उन्होंने अपने पांचवें प्रयास में 68.55 मीटर का थ्रो किया, और पहले स्थान पर रहे. सुमित ने दूसरे प्रयास में 68.08, तीसरे में 65.27, चौथे में 66.71 मीटर का थ्रो किया जबकि उनका छठा और लास्ट थ्रो फाउल रहा, लेकिन इसका असर उनके खेल पर नहीं पड़ा, और भारत के लिए गोल्ड जीता।
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Note – मैं आशा करता हूँ कि आपको sumit antil जी की Biography Hindi में पड़ने में अच्छी लगी होगी। यह सपूर्ण जीवनी sumit antil जी के जीवन पर ही रिसर्च द्वारा लिखी गयी है. आपको केसा लगा इनके बारे में पढ़कर हमें Comment Box में जरूर बताये