कौन हैं जवाहरलाल नेहरू ? Who is Jawaharlal Nehru
देखा जाये तो भारत का इतिहास दूसरे देशों से काफी अलग है, क्योकि चाहे वह भारत और पकिस्तान का बटवारा हो या अंगेजो की गुलामी से छुटकारा दिलाना, इन सब के बीच अगर हमें आजादी दिलाई है तो, वो है हमारे देश के शूरवीरो और देश के लिए जान की बाज़ी लगाने वाले स्वंत्रता सेनानिओं ने, उनमे से एक है, चाचा नेहरू के नाम से जाने जाते पंडित जवाहरलाल नेहरू। इसलिए आपको इस पोस्ट में jawaharlal nehru biography in hindi में पढ़ने को मिलेगी।
पंडित जवाहरलाल नेहरू भारत के पहले और भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख नेताओ में एक थे। इन्हे इनके उपनाम पंडितजी और चाचा नेहरू के नाम से जाना है, जिनका जन्म 4 नवंबर 1889 को इलाहाबाद में हुआ था। जवाहरलाल नेहरू 20वीं सदी की भारतीय राजनीति के केंद्रीय व्यक्ति थे। यह एकलौते नेता थे जिन्होंने 15 अगस्त 1947 को भारत का पहला प्रधानमंत्री घोषित किया गया, और 27 मई 1964 तक देश का पद संभाला। इन्हे वर्ष 1955 में भारत के सर्वोच्च पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
जवाहरलाल नेहरू को उनकी विचारधारा के रूप से सराहा जाता है। वह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक थे। नेहरू जी और बापू से जाने जाते महात्मा गांधी के बीच घनिष्ठ संबंध था। गांधीजी जी के साथ, नेहरू भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महत्वपूर्ण नेताओं में से थे। जवाहरलाल नेहर पहले एकलौते ऐसे नेता थे जिन्होंने अंग्रेजों से पूर्ण स्वतंत्रता की मांग की।
pandit jawaharlal nehru BIography in hindi
name/नाम | पंडित जवाहरलाल नेहरू |
nickname/उपनाम | पंडितजी , चाचा नेहरू |
DOB/जन्म तिथि | 4 नवंबर 1889 – भारत, इलाहाबाद |
profession/पेशा | लेखक, बैरिस्टर, स्टेट्सपर्सन |
parents/माता-पिता | मोतीलाल नेहरू/स्वरूपरानी थुसु |
wife/पत्नी | कमला कौली |
children/बच्चे | बेटी, इंदिरा गांधी |
political party/राजनीतिक दल | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
education/शिक्षा | ट्रिनिटी कॉलेज, कैम्ब्रिज |
Slogan/नारा | आराम हराम है! |
death/मौत | 27 मई, 1964 |
award/पुरस्कार | भारत रत्न |
declared prime minister | 15 अगस्त 1947 |
university/विश्वविद्यालय | jawaharlal nehru univarsity ( delhi ) |
nationality/राष्ट्रीयता | भारतीय |
पंडित जवाहरलाल नेहरू का पूर्ण जीवन काल –
जवाहरलाल नेहरू जन्म 14 नवंबर 1889 को इलाहाबाद में हुआ था और उनके पिता मोतीलाल नेहरू थे और उनकी माता का नाम स्वरूप रानी था। उनके पिता एक बैरिस्टर थे और वे भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल थे।
उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने घर पर पास के ही शिक्षकों से प्राप्त की। पंद्रह साल की उम्र में वे इंग्लैंड चले गए और तक़रीबन दो साल रहने के बाद उन्होंने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में भाग लिया जहाँ से उन्होंने विज्ञान (science) में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। बाद वे 1910 में लंदन चले गए और कोर्ट स्कूल ऑफ लॉ में खुद को भर्ती किया और फिर 1992 में वे भारत लौट आए इसके बाद उन्होंने इलाहाबाद के हाई कोर्ट में एक बैरिस्टर के रूप में काम शुरू किया।
personal life: व्यक्तिगत जीवन:
चाचा नेहरू के नाम से जाने जाते पंडित जवाहरलाल नेहरू ने वर्ष 1916 में कमला कौल से शादी की और बाद में उनकी इकलौती बेटी पैदा हुई, जिनका नाम इंदिरा नेहरू था, जिसे हम आज इंदिरा गांधी के नाम से जानते है, बाद में वह भारत की पहली महिला प्रधान मंत्री बनीं।
first PM Jawaharlal Nehru history in Hindi
जवाहर लाल नेहरू ने जब अपनी डिग्री प्राप्त की तब उन्होंने भारत लोटे का फैसला लिया इसलिए 1912 में भारत लौटने के बाद वे सीधे राजनीति से जुड़ गए। बाद में 1916 में पहली बार आदरणीय महात्मा गांधी जी में मिले, और नेहरू जी गाँधी जी से काफी प्रभावित हुए जिसके चलते नेहरू और महात्मा गाँधी के बीच घनिष्ठ संबंध बनके उभरा।
अपने गुरु के रूप में गांधी के साथ, वह राष्ट्रीय कांग्रेस में जुड़ गए और भारत के राष्ट्रीय आंदोलन में बहुत योगदान दिया और इसके साथ ही उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम को वर्ष 1927 में एक अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण के लिए अपना पूरा समर्थन दिया और उस समय, उन्होंने बेल्जियम में ब्रुसेल्स में उत्पीड़ित राष्ट्रीयताओं के सम्मेलन में भाग लिया।
उन्होंने पूर्ण राष्ट्रीय स्वतंत्रता की अपील की, जिसका मुख्य रूप से गांधी ने विरोध किया था । 1982 में कांग्रेस के लाहौर , बैठक,में नेहरू ने पूर्ण स्वतंत्रता की मांग की। इस कोशिश ने उन्हें भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के सबसे महत्वपूर्ण नेताओं में से एक बना दिया।
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भारत के प्रथम प्रधानमंत्री
सितंबर 1923 में पंडित नेहरू अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के जरनल सेक्रेटरी बने। उन्होंने 1926 में इटली, स्विट्जरलैंड, इंग्लैंड, बेल्जियम, जर्मनी और रूस का दौरा किया।
29 अगस्त 1928 को उन्होंने सर्वदलीय सम्मेलन में भाग लिया एवं वे उन लोगों में से एक थे जिन्होंने भारतीय संवैधानिक सुधार की नेहरू रिपोर्ट पर अपने हस्ताक्षर किये थे। इस रिपोर्ट का नाम उनके पिता श्री मोतीलाल नेहरू के नाम पर रखा गया था। उसी वर्ष उन्होंने ‘भारतीय स्वतंत्रता लीग’ की स्थापना की। इस आंदोलन का मुख्य उद्देश्य ब्रिटिश सरकार को अलग करना था।
बाद में, जवाहरलाल नेहरू को अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया। 14 अगस्त 1947 को भारत-पाकिस्तान के विभाजन के बाद नेहरू स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री घोषित किये गए। नेहरू ने अपने शासन कल में प्रगति लाने का अथक प्रयास किया जिसमे से कुछ इस प्रकार है:
- तकनीकी प्रगति को बदलने की कोशिश की।
- भारत को आधुनिक युग की ओर ले जाने की कोशिश की।
- प्रधानमंत्रित्व काल के दौरान, उन्होंने घरेलू, अंतर्राष्ट्रीय, आर्थिक और कृषि नीतियों में बदलाव लाए।
- उनका कहना था कि भारत के युवाओं को शिक्षित करना देश के भविष्य के विकास को बदल सकता है।
यही कारण है कि उन्होंने उच्च शिक्षा के कई संस्थानों की स्थापना की, कई जगहों पर नेहरू ने गरीब बच्चो को मुफ्त शिक्षा मुहया करवाई। जवाहरलाल नेहरू अहिंसा और शांति का पालन करते थे लेकिन जवाब देने पर वह चुप नहीं बैठते थे। भारत का प्रधानमंत्री बनने से लेकर जवाहरलाल नेहरू ने देश का शासन बखूबी निभाया है।
जवाहरलाल नेहरू द्वारा लिखी गई पुस्तक –
विश्व इतिहास की झलक, अपनी आत्मकथ, भारत की खोज, स्वतंत्रता की ओर, पिता के पत्र : पुत्री के नाम, मेरी कहानी, राजनीति से दूर,इतिहास के महापुरुष, जवाहरलाल नेहरू वाङ्मय, राष्ट्रपिता
death reason ( मृत्यु )
27 मई 1964 को उनकी मृत्यु हो गई और उनके शरीर का अंतिम संस्कार यमुना नदी के तट पर शांतिवन में हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार किया गया। जानकारी के अनुसार जवाहरलाल नेहरू का स्वास्थ्य वर्ष 1960 से बिगड़ने लगा।
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नोट – हम इस पूरी बायोग्राफी का श्रेय पंडित जवाहरलाल नेहरू को देते हैं। क्योकि यह पूरी जीवनी पंडित जवाहरलाल नेहरू के जीवन पर आधारित है, हमने बस उनके जीवन पर प्रकाश डालने का एक छोटा सा प्रयास किया है। आपको यह आर्टिकल कैसा लगा हमें कमेंट करके जरूर बताइयेगा और उम्मीद करते है आप इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करेंगे.